शनिवार, 2 जून 2007

जीटी रोड जाम, अजायबपुर में ट्रेन रोकी

नोएडा/ग्रेटर नोएडा/दादरी जागरण टीम : राजस्थान में अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग को लेकर गुर्जर समुदाय के लोगों पर फायरिंग की आग नोएडा, ग्रेटर नोएडा, दादरी व आसपास के क्षेत्र में भी फैल गई। जनपद दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन ने विरोध में शुक्रवार को तीसरे दिन भी काम ठप रख फेज-दो में रास्ता जाम किया। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा, दादरी में भी लोगों ने जगह-जगह सड़क जाम की। लोगों ने अजायबपुर में रेल गाड़ी को रोके रखा। वहीं दादरी में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का पुतले जलाते हुए प्रदेश सरकार को बर्खास्त करने की मांग का ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा। फेज-दो में बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रामशरण नागर ने कहा कि जिस तरह से राजस्थान में शांतिपूर्वक मांग रखने वाले गुर्जरों पर पुलिस ने गोलियां बरसाई, वह प्रदेश सरकार के इशारे पर की गई कार्रवाई है। पूर्व सचिव सुशील भाटी ने कहा कि जब तक पीड़ित परिजन को उचित मुआवजा नहीं मिल जाता व दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हो जाएगी, तब तक अधिवक्ताओं का यह धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष जगदीश सिंह ने गुर्जरों पर हुए हमले को प्रजातंत्र पर हमला बताया। अधिवक्ताओं ने फेज-2 में काफी देर तक रास्ता जाम कर यातायात बाधित किया। बाद में क्षेत्राधिकारी ने उन्हें समझा-बुझाकर यातायात पुन: सुचारु कराया। अधिवक्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन क्षेत्राधिकारी को सौंपा। आंदोलन का संचालन बार एसोसिएशन की सचिव कमलेश चौधरी ने किया। वहीं ग्रेटर नोएडा में पुलिस कार्रवाई का विरोध व मृतकों के परिजनों की मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी शुक्रवार सुबह परी चौक पर बैठ गए। प्रदर्शकारियों ने वसुंधरा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन समाप्त कर लोगों की भीड़ अजायबपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंची। यहां उन्होंने स्टेशन पर खड़ी माल गाड़ी को नहीं चलने दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने समझा कर रेलगाड़ी का मार्ग खुलवाया। वहीं दुर्गा टाकीज के पास भी लोगों ने सड़क जाम कर राजस्थान की सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उधर, दादरी व ग्रामीण क्षेत्र में भी लोगों का विरोध जारी रहा। दादरी स्थित मिहिर भोज कालेज से भारी संख्या में लोग वसुंधरा राजे सरकार की खिलाफ नारेबाजी करते हुए तहसील मुख्यालय पहुंचे। यहां पर प्रदर्शनकारियों ने वसुंधरा राजे के पुतले फूंके। उन्होंने राष्ट्रपति के नाम उप जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर राजस्थान में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। प्रदर्शन करने वालों में संजय खां, मंजीत सिंह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बिजेंद्र भाटी, पूर्व ब्लाक प्रमुख नरेद्र भाटी, पालिका अध्यक्ष कुसुम लता समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल थे। इसके बाद लोगों ने बादलपुर, दुजाना मोड़ व सादोपुर में सड़क जाम कर दिया। सड़क जाम होने से वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। तीन दिन में दस हजार से अधिक केस हुए पेंडिंग गुर्जर समुदाय पर पुलिस कार्रवाई के विरोध में शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन भी अदालती काम-काज बंद रहा। इस दौरान विभिन्न मामले में अदालत आने वाले पीड़ित पक्ष के लोग एक कोर्ट से दूसरी कोर्ट का चक्कर लगाते रहे, लेकिन वकीलों की हड़ताल के कारण उन्हें मायूसी हाथ लगी। बताया जाता है कि तीन दिन से चली आ रही अदालत में हड़ताल के कारण करीब दस हजार से अधिक केस पेंडिंग हो गए हैं। इसमें जमानत की अर्जी पर सुनवाई से लेकर कई अन्य बड़े व मोटर वाहन अधिनियम से जुड़े मामले शामिल हैं। उधर दनकौर से आए साठ वर्षीय ओंकारनाथ ने बताया कि वह इस उम्मीद में दो दिन से आ रहे हैं कि शायद आज उनके परिजन को जमानत मिल जाए। पति की जमानत के लिए जेवर से आई आरती ने बताया कि उनके पति को सड़क हादसे के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इससे पहले कि उनकी जमानत होती, हड़ताल हो गई। [Friday, June 01, 2007 11:42:46 PM (IST) ]

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